फरीदपुर (बरेली)। बिना नोटिस और बिना स्पष्टीकरण मांगे प्रधान लिपिक के निलंबन आदेश को जारी करने के मामले में घिरे पालिका अध्यक्ष की मनमानी और द्वेष भावना के चलते फरीदपुर पालिका बनी जंग का मैदानफरीदपुर। नगर पालिका परिषद फरीदपुर में आरोप और प्रत्यारोपों के चलते नगर पालिका जंग का मैदान बन गई है। आनन फानन में प्रधान लिपिक के खिलाफ निलंबन आदेश जारी करने के मामले में पालिका अध्यक्ष पर व्यक्तिगत द्वेष भावना के चलते पद का दुरुपयोग करने के आरोप लगने लगे हैं।
पालिका अध्यक्ष पालिका संबंधित कई विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। अगस्त माह में हुई बोर्ड की मीटिंग के दौरान बोर्ड मेंबरों ने पालिका अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार एवं मनपसंद ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने सहित कई तरह की मनमानी करने के आरोप लगाए थे। इसी अंतर्कलह के चलते शनिवार को पालिका अध्यक्ष द्वारा प्रधान लिपिक को बिना नोटिस दिए और बिना कोई स्पष्टीकरण मांगे हैं। को विधिक एवं न्यायिक जांच हेतु मुख्यालय भेजा गया है। इसलिए कार्यालय में सर्विस बुक उपलब्ध नहीं थी।
सूत्रों से ज्ञात हुआ कि जिस जान मोहम्मद नाम के व्यक्ति की शिकायत पर नोटिस जारी किया गया ऐसा कोई व्यक्ति भूरे खां गौंटिया में मौजूद नहीं है। द्वेष भावना के चलते पालिका अध्यक्ष द्वारा अधिशासी अधिकारी से बिना आख्या लिए और प्रधान लिपिक को नोटिस प्राप्त कराए बिना तथा लिपिक द्वारा स्पष्टीकरण आख्या प्रस्तुत किए बिना कार्रवाई करना विधि विरुद्ध बताया जा रहा है। पालिका में वर्चस्व की लड़ाई दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। इस लड़ाई की जद में कई और बड़े खुलासे होना बाकी है। पालिका अध्यक्ष पद की कुर्सी संभालने के बाद से लगातार कई विवादों में लगातार घिरते जा रहे हैं।