आंवला/बरेली। गरीबों का खून चूसने वाले सूदखोरों की सूदखोरी की वजह से न जाने अब तक कितने परिवार बेसहारा हो चुके हैं न जाने कितने लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। ऐसा ही एक मामला जनपद बरेली के आंवला से सामने आया है जिसमें एक गरीब व्यक्ति सूदखोर से परेशान होकर एसएसपी, सीओ व थाना के तीन महीनो से लगातार चक्कर काट रहा है।
मगर उसे अब तक कहीं भी न्याय नही मिला। आज फिर पीडित न्याय की आस मे परेशान होकर दोबारा एसएसपी आफिस पहुंचा तथा साहब के सामने अपना दर्द बयां किया एसएसपी बरेली ने पीडित को आश्वसन देते हुए थाने भेज दिया मगर पीड़ित को न्याय मिलता नहीं दिख रहा है।इस कारण पीडित ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि सूदखोर मूलधन से पांच गुनी से ज्यादा रकम बसूल चुका है और अभी भी फर्जी कागजो के आधार पर मोटी रकम की मांग कर रहा है।
जो कि सूदखोर द्वारा स्वयं तैयार कराये गये है जिस पर पीड़ित के हस्ताक्षर भी फर्जी कर दिये गये है। नगर के नाजिर मियां पुत्र जुम्मा खां ने बताया है कि वह बहुत गरीब व्यक्ति है तथा राज मिस्त्री का कार्य करता है। जरूरत पड़ने पर नगर के ही एक व्यक्ति से दस हजार रुपय पत्नी के बीमार होने पर उधार लिए थे रूपये लेने के बाद से दस हजार के मूल राशि सहित 64000 रूपये उक्त दबंग सूदखोर उससे ले चुका है और अब भी फर्जी कागजो को तैयार करा पच्चीस हजार रूपये और मांग रहा है।
दबंग सूदखोर पीड़ित व उसके परिवार से गाली गलौज करते हुए पन्द्रह पसेंट का ब्याज लेने की बात कहता है। शिकायतकर्ता का कहना है उसके घर में जवान बेटियां हैं जिन पर सूदखोर गलत नियत रखता है। शिकायत कर्ता का आरोप है कि वह डर की बजह से आज तक वह तमाम रूपये उस सूदखोर को दे चुका सूदखोर व्यक्ति आपराधिक हेकड़ दंबग किस्म का व्यक्ति है सट्टा, आईपीएल, सूदखोरी जैसे तमाम अवैध कार्य करता है।
तथा कहता फिरता है कि उसका कोई कुछ नहीं कर सकता है।अधिकारियों नेताओं के साथ उसका उठना बैठना है शिकायतकर्ता का आरोप है दंबग अपने गुर्गों के साथ मिलकर नाजायज तरीके से परेशान करता रहता है जिस कारण उसका पूरा घर डरा सहमा रहता है पीडित ने सूदखोर से छुटकारा दिलवाये जाने के साथ-साथ उस पर कार्यवाही कर मुकदमा पंजीकृत करने की मांग की तथा न्याय नही मिलने पर परिवार सहित आत्महत्या करने की बात कहा।