बच्चों के सामने एक शिक्षक की भूमिका में नजर आये
बरेली। खंड विकास अधिकारी क्यारा का कार्यभार देख रहे पीसीएस अधिकारी राजदीप ने गुरुवार को सर्वप्रथम चन्दपुर जोगियान के प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया, इस निरीक्षण में उन्होंने बच्चों की शैक्षिक स्थिति को जांच परख कर अध्यापकों को उचित दिशा निर्देश भी दिए, इस बीच वीडियो क्यारा ने छात्र-छात्राओं से पूछा कि उन्होंने आज मिड डे मील में क्या खाया है तब बच्चों ने जवाब दिया कि आज मिड डे मील में उन्हें आलू की सब्जी और चावल मिला है जिस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने ग्राम प्रधान पति इरशाद को मिड डे मील मेन्यू का पालन क्यों नहीं किया जा रहा है
इस पर फटकार लगाई और आगे से मेन्यू का पालन करने के लिए भी निर्देशित किया। उसके बाद पीसीएस अधिकारी राजदीप कंपोजिट विद्यालय जोगीठेर पहुंचे, जहां पर उन्होंने विद्यालय परिसर में घूम रहे बच्चों को देखकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की, उन्होंने विद्यालय के प्रधानाध्यापक लाल बहादुर गंगवार से शिक्षण के समय बच्चों को परिसर में ना घूमने देने की हिदायत दी। जिसके बाद वह कक्षा 6 में पहुंचे और वहाँ पर मौजूद शिक्षिका से कहा कि आप क्या पढ़ा रही हो, जब बच्चे बाहर खेल रहे हैं. शिक्षिका ने कहा सर मैं कला पढ़ा रही हूँ, इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए पीसीएस अधिकारी राजदीप ने ब्लैकबोर्ड पर देखते हुए कहा कि बच्चे तो गणित विषय का काम कर रहे हैं।
जिस पर शिक्षिका के पास से कोई जवाब नहीं निकल सका, वीडियो क्यारा द्वारा इसके बाद प्रत्येक कक्षा में जाकर बच्चों से उनकी शैक्षिक गुणवत्ता को जानने का प्रयास किया गया, और मिड डे मील के बारे में भी पूछा गया बच्चों द्वारा बताया गया कि आज उन्होंने दाल चावल खाया है।इस पर उन्होंने पूछा कि कल आपने क्या खाया था तब बच्चों ने जवाब दिया कल हमने तहरी और दूध पिया था। विद्यालय के प्रधानाध्यापक लाल बहादुर गंगवार ने विद्यालय की समस्याओं के बारे में उन्हे बताया, उन्होंने ग्राम प्रधान को निर्देश दिए कि किसी भी पड़ोसी द्वारा किसी भी स्थिति में बच्चों की कक्षा में गंदगी ना करें इस पर तुरंत पहल की जाए, लाल बहादुर गंगवार द्वारा विद्यालय में कक्षा कक्ष की जरूरत के बारे में भी बताया गया।
कुछ बच्चे यूनिफॉर्म में विद्यालय नहीं आए थे, इस पर संजीव मौर्य द्वारा बच्चों से विद्यालय में यूनिफॉर्म में ही आने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि हर बच्चा प्रत्येक स्थिति में यूनिफार्म पहन कर ही आए, प्रत्येक अध्यापक अपनी कक्षाओं में समर्पण की भावना से पढ़ाए ताकि विद्यार्थी विद्यालय से कुछ लेकर जाए किसी भी स्थिति में शिथिलता अच्छी बात नहीं है उनके द्वारा अध्यापक तथा बच्चों को समय से आने के निर्देश भी दिए गए।