बरेली। ब्लाक रामनगर में ए आरपी नीलोफर यासमीन के खिलाफ शिक्षकों में फूटा है गुस्सा बरेली जनपद बरेली की रामनगर ब्लॉक में एआरपी नीलोफर यासमीन को एआरपी के पद पर शासन द्वारा नियुक्त किया गया है लेकिन एआरपी नीलोफर यासमीन अपने कर्तव्यों का ठीक से निर्वहन न करके बल्कि शिक्षकों को भ्रमित करने का कार्य कर रही है यह आरोप रामनगर के दो दर्जन से अधिक शिक्षकों ने एआरपी नीलोफर यासमीन पर लगाया है शिक्षकों ने आरोप लगाया की शाशन द्वारा
शिक्षकों की सपोर्ट करने के लिए निलोफर यासमीन को एआरपी पद पर नियुक्त किया गया है लेकिन शिक्षकों को साथ देना तो अलग और शिक्षकों को धमकाने का काम करती हैं और अभद्र भाषा का भी प्रयोग करती हैं एआरपी निलोफर यासमीन उधर शिक्षकों ने लिखित शिकायत में यह भी दिया है कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा उच्च पद पर कार्यरत नीलोफर यासमीन के खुद के स्कूल की यदि ठीक से जांच कर ली जाए तो कई खामियां सामने आ सकती हैं
लेकिन यह जांच निष्पक्ष होनी चाहिए और उनके कार्य को देखने की यदि जरूरत पड़े तो उनके चार्ज में 10 विद्यालय हैं उनमें से चार विद्यालयों को भी अगर ठीक से शिक्षा का अध्ययन चल रहा हो तो जांच कर ली जाए ऐसी विद्यालयों की एआरपी नीलोफर यासमीन शिक्षकों को सपोर्ट ना करके बल्कि शिक्षा विभाग की उच्च अधिकारी बनकर शिक्षकों के निरीक्षण में लगी रहती हैं और उनको धमकाती हैं और उनसे गलत व्यवहार करती हैं ब्लॉक रामनगर में यह आरोप शिक्षकों ने एआरपी नीलोफर यासमीन पर लगाये है की बीते एक दिन पहले रामनगर ब्लॉक के विद्यालय बारी खेड़ा पहुंची और निरीक्षण करने लगी और निरीक्षण करके गलत रिपोर्ट तैयार करके वहां के प्रधानाध्यापक पवन दिवाकर की शिक्षा विभाग को गलत रिपोर्ट देकर गलत तरीके से निलंबित कराने का कार्य किया जो काफी गलत है।
इसके प्रति राम नगर ब्लॉक के दो दर्जन से अधिक शिक्षकों में एआरपी नीलोफर यासमीन के खिलाफ गुस्सा फूटा है और जिस विद्यालय में नीलोफर यासमीन की पोस्टिंग है शिक्षा विभाग द्वारा उसकी उचित जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।