बहेड़ी। हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चालीसवें पर गांव मुड़िया नवी बख्श में चेहलुम का आयोजन हुआ। ताजियों का जुलूस निकालकर कर्बला पहुंचाया गया।
मैदान ए कर्बला में शहीद हुए हजरत इमाम हुसैन व उनके अनुयायियों की शहादत के चालीस दिन बाद चेहलुम मनाया जाता है। क्षेत्र के गांव मुड़िया नवी बख्श के बाजार से ताजिया दार व भाजपा नेता छोटा अंसारी, मोहम्मद अकरम, कल्लू, शकील अहमद, जमील अहमद, अकील अहमद, साकिर अहमद, तारीक अहमद, वकील अहमद, वारी अहमद जिला पंचायत सदस्य, शकील अहमद मंसूरी, मुमताज अहमद ईदरीशी, शरीफ अहमद अंसारी तथा रहीश अहमद अंसारी ने।
चांद की 26 तारीख रविवार को चेहल्लुम (चालीसवां) का जुलूस बाजे गाजे तथा आपसी भाईचारे के साथ सौहार्द पूर्ण वातावरण में निकाला गया। इस अवसर पर या अली या हुसैन के नारे से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। युवाओं ने नये अंदाज मे लाठी, भाले व तलवार से कई करतब दिखाये
ताजिए का जुलूस अपने तय मार्ग से होता हुआ गांव लवेदा के समीप कर्बला पहुंचा।
जहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फातिया पढ़कर ताजिया दफन की रश्म अदा की। चेहल्लुम को लेकर यहां कर्बला में मेले का आयोजन किया गया जहां चाट पकौड़ी, बच्चों के खिलौने, झूले आदि लगे थे। मेले में पहुंचकर लोगों ने मेले का आनंद लिया और खरीददारी की। चेहल्लुम जुलूस के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस बल मुस्तैद रहा।