फर्जी डी फार्मा कोर्स कराने के मामले को लेकर उछला था खुसरो कालेज के चेयरमैन का नाम
बरेली। डी फार्मा कोर्स कराने को लेकर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किए जाने के बाद लगातार मामला अखबार की सुर्खियों में आने के बाद अपने आप को पाल साफ बताते हुए आज खुसरो कालेज के चेयरमैन शेरअली जाफरी आईजी से मिले। उन्होंने अपने आप को निर्दोष बताया
इस दौरान शेर अली जाफरी ने बताया उनके कालेज में शिक्षा देने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने बताया वर्ष 2019 में विजय शर्मा नामक व्यक्ति कॉलेज के संपर्क में आया उसने कई और कॉलेज का नाम बताया कि मैं इन कॉलेज में भी बच्चों के डी फार्मा का कोर्स चलाता हूं। मेरी आस्था कंसल्टेंसी द्वारा पैरामेडिकल व डी फार्मा के कोर्स कराए जाते हैं। विजय शर्मा ने हमें आज तक कंसल्टेंसी की फ्रेंचाइजी देकर उसके यहां एडमिशन कराने की बात की उनसे भी लिखित एग्रीमेंट करके प्रोविजनल प्रवेश लेना प्रारंभ कर दिए शर्त के अनुसार उसकी कंसलटेंसी अन्य कॉलेजों से जुड़ी है।
जो हमारे बच्चों का अन्य कॉलेज में प्रवेश कर पास करा कर छात्रों को समय पर ग्रीन कार्ड आदि दिलवाकर भविष्य बनवाने में सहयोग करेगा। उसमें कुछ उसका भी भला होगा बच्चों के भले के लिए उन्होंने कार्य आरंभ किया उसको प्रत्येक बच्चे की सूची पैसा कुछ खाते में तथा कुछ नगद दिया आज तक 379 बच्चों से पैसा फीस का लेकर लगभग 250 लाख दिया कुछ पैसा मान्यता दिलाने के नाम पर लैब वनवाने के नाम पर भी विजय शर्मा द्वारा उनसे लिया गया।
उसके द्वारा देरी होने पर लगभग 171 बच्चों का पैसा कॉलेज ने अपने पास से वापस कर दिया। कुछ बच्चों का फर्जी मार्कशीट विजय शर्मा द्वारा दिया गया विजय शर्मा की धोखाधड़ी जब मैनेजमेंट को पता लगी कि वह काम में देरी ही नहीं कर रहा बल्कि उनको अपने पैरामेडिकल सेंटर में खुद ही छाप कर दे रहा है जो फर्जी है अपनी जिम्मेदारी समझते हुए कॉलेज मैनेजमेंट की तरफ से प्रिंसिपल विश्वनाथ शर्मा द्वारा एफआईआर दर्ज करा दी गई ।
विजय शर्मा के खिलाफ 7 अगस्त 2024 को पुलिस ने भी लगभग दो माह की जाँच में विजय शर्मा को दोषी पाया। गया बेहद खेद की बात है इसके बाद हमारे कॉलेज के कुछ छात्र एक यूनियन के संपर्क में आ गए और उन्होंने अपनी राजनीति चमकाने के लिए बच्चों को भड़काकर कालेज मैनेजमेंट व कॉलेज स्टाफ के खिलाफ तहरीर दे दी। और दबाव बनाकर अब तक कई मुकदमे उनके व कॉलेज के खिलाफ लिखवा दिए जो सरासर गलत है व झूठे हैं। अपने ऊपर लिखा है गई मुकदमे को लेकर आज भाई आईजी डॉक्टर राकेश सिंह से मिले और नयापूर्वक निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।