शुभचिंतकों द्वारा सारिका को फोन पर दी जा रही है बधाईयाँ
बरेली। बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित विद्यालयों के अध्यापकों द्वारा राज्य स्तर पर मिलने वाले पुरस्कार के लिए दिन रात की जाने वाली मेहनत का नतीजा आखिरकार आ ही गया। राज्य स्तर पर मिलने वाले पुरस्कार की दौड़ में बरेली की नुमाइंदगी करते हुए दो शिक्षक चयनित किए गए थे।
जिनमें से एक क्यारा ब्लॉक की शशि वाला जौहरी, वहीं दूसरी तरफ आलमपुर जाफराबाद की सारिका सक्सेना का चयन जिला समिति द्वारा किया गया था। सारिका सक्सेना ने अनवरत नवाचारी प्रयासों से विद्यालय के बच्चों को अग्रणी बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित दिखाई दी। उनके द्वारा ई कंटेंट निर्माण, आईसीटी के बेहतर प्रयोग व गतिविधियों के माध्यम से शिक्षण कार्य करा कर छात्रों को आनन्दपूर्ण शिक्षण वातावरण में सीखने के लिए तैयार किया गया।
उनके उच्च नेतृत्वकर्ता के रूप में पहचान मिलने के साथ सामुदायिक सहभागिता, टीम वर्क व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से विद्यालय को विशिष्ट पहचान दिलाई। दरअसल, ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक स्थिति के चलते बच्चे कक्षा आठ के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। सारिका बताती हैं कि इस समस्या से निपटने का सबसे अच्छा विकल्प यह लगा कि क्यों न मेधावी बच्चों को ही इतना सक्षम बनाया जाए कि वो स्वयं अपनी पढ़ाई का खर्चा उठा पाएं।
यह सोचकर अतिरिक्त समय देकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी सुपर 30 का ग्रुप बनाकर शुरू की गई। राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा 2024 में इनके विद्यालय के 11 छात्रों का चयन हो चुका है। छात्रों की वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए प्रयोग आधारित विज्ञान शिक्षण शुरु किया गया, जिसके परिणाम स्वरूप विद्यालय के 2 छात्रों का इंस्पायार अवार्ड में भी चयन हो चुका है। वर्तमान में उनके विद्यालय में 7 गांव के बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आ रहे हैं। सारिका का एक यूट्यूब चैनल भी है जिसका नाम strive for learning: Sarika है। सारिका को राज्य स्तरीय आईसीटी अवार्ड भी मिल चुका है।
इनके विद्यालय के छात्र भी विभिन्न मंचों से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। कोविड समय मे आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवारों की समस्या को दृष्टिगत रखते हुये सारिका ने इन परिवारों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिये राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह से भी जोड़ा था। उनके द्वारा किये गए इन सभी कार्य को ध्यान में रखते हुए राज्य स्तरीय चयन समिति द्वारा बरेली से उनका चयन राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए किया गया यह पुरस्कार उन्हें कल यानी 5 सितंबर शिक्षक दिवस के अवसर पर दिया जायेगा।
सारिका सक्सेना को राज्य पुरस्कार के लिए चयनित किया जाना जनपद बरेली के लिए गौरव की बात है, इनके द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग में कई नवाचार किए गए हैं। जिनकी सराहना पूरे प्रदेश में हुई है, यह एक आदर्श शिक्षिका होने के साथ व्यवहार कुशल एवं हंसमुख व्यक्तित्व की धनी है। गंभीरता इनका आभूषण है इनके चयनित होने पर बेसिक शिक्षा विभाग में अधिकारियों कर्मचारियों एवं शिक्षकों में हर्ष की लहर दौड़ गई है। झारखंड के राज्यपाल एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार द्वारा भी बधाइयां प्रेषित की गई।