अनजान के लिए रक्तदान करके की मदद और कहा रक्तदान-महादान।
बरेली। श्री राममूर्ति स्मारक अस्पताल के गायनी वार्ड में भर्ती जिला शाहजहांपुर के एक कस्बे की निवासी श्रीमती शिवांगी पत्नी श्री शिवम देव के कस्बे में ही नॉर्मल प्रसब से एक बेटी का जन्म हुआ। सब कुछ सही था औऱ नामकरण संस्कार की दावतें भी बट चुकी थीं लेकिन कार्यक्रम से एक दिन पहले ही शिवांगी की तबियत बिगड़ गई और खून बहने लगा, अतिरिक्त्त खून बहे जाने के कारण उसकी तबियत जब जाएदा खराब हो गयी तब उसे परिजनों बदायूं ले गए लेकिन बहाँ भी डॉक्टर्स ने मना कर दिया क्योंकि खून (एच. बी.) 4.5 के आसपास रहे गया था, उसके बाद परिजन रात में ही उसे श्री राममूर्ति स्मारक अस्पताल बरेली लेकर आये और यहाँ डॉक्टर्स ने उनका इलाज़ शुरू किया और इमरजेंसी की स्थिति में उसे तीन यूनिट खून चढ़ाया। एक यूनिट खून उसके पति शिवम ने दिया लेकिन दो यूनिट खून के लिए कोई उनके आगे नहीं आया, रिश्तेदारों ने भी बहाने बाज़ी करके हाथ खड़े कर लिए यहाँ तक कि मरीज को देखने आने से कतराने लगे।
खून बेचने वाले उनके संपर्क में आये और एक यूनिट के बदले आठ से दस हजार रुपये माँगने लगे, आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वो इसका इंतेज़ाम नहीं कर पा रहे थे, उनके लिए ये कठिन काम था।
इसी दौरान हामरे संवाददाता सुरेन्द्र कुमार की मुलाकात उनसे हुई क्योंकि संवाददाता की पत्नी भी गायनी वार्ड में एडमिट थीं, बातों ही बातों में शिवम ने अपनी परेशानी संवाददाता सुरेन्द्र कुमार को बतायी। सुरेन्द्र कुमार एक यूनिट खून आठ सितंबर को दे चुके थे इसलिये वो नियमानुसार तीन माह से पहले खून नहीं दे सकते थे।
संवाददाता ने इन्सानियत के नाते उनकी मदद के लिए अमित कश्यप को व्हाट्सएप संदेश किया लेकिन एच. बी. कम होने के कारण अमित कश्यप खून देने में असमर्थ थे तब अमित कश्यप ने सन्देश को अपने व्हाट्सएप समूह में भेज दिया और देखते ही देखते सात-आठ लोग (पादरी रविन्द्र कुमार, अमित कश्यप, अमित गंगवार, राजकुमार गुप्ता, राहुल रस्तोगी, पंडित तिवारी जी, सुनील राठौर, रवि रस्तोगी आदि) रक्तदान के लिए तैयार हो गये।
जिसमें से कई लोगो को मना किया गया औऱ मौके पर पहुंचे रवि रस्तोगी पुत्र स्व: रामपाल रस्तोगी, धौंरा टांडा वार्ड नं०1
और सुनील राठौर पुत्र स्व: नत्थूलाल राठौर, धौंरा टांडा वार्ड नं० 2 ने अपनी स्वेच्छा से रक्तदान करके परेशान अनजान दंपति की मदद करके इंसानियत की मिसाल क़ायम की है।
शिवांगी अब ठीक और स्वस्थ है। शिवांगी के पति, ससुर और दादिया सास ने सबका आभार व्यक्त किया और आँसू भरी आँखों के साथ शिवम ने प्रण लिया कि हम भी जब भी अब मौका मिलेगा तो रक्तदान करके जरुरतमंद की मदद करेंगे।