बरेली। पूर्वोत्तर रेलवे श्रमिक संघ ने शुक्रवार को रेलबे कारखाना कार्यालय पर एक बैठक की, जिसमे मंडल मंडी सूरज मल मीना ने कहा की छठे वेतन आयोग को खत्म हुए लगभग पन्द्रह साल हो गए परंतु बोनस आज भी उसी दर से मिल रहा हैं। सूरज मल मीना ने कहा कि दोनो मान्यता प्राप्त फेडरेशन के मुखिया सरकार के साथ सांठ गठं कर के जो बोनस रेल कर्मचारी को मिलना चाहिए था वह नही दिला पा रहे हैं, समय की मांग है की दोनो फेडरेशनो को हटा कर अब रेलवे बोर्ड पर नए फेडरेशन का निर्माण किया जाना आवश्यक है।
रेल कर्मचारी भाइयों को तीसरे विकल्प के रूप में भारतीय रेलवे मजदूर संघ, पूर्वोत्तर रेलवे श्रमिक संघ को मान्यता में लाकर अपने हक की लड़ाई को लड़ना होगा, दोनो मान्यता प्राप्त फेडरेशन बोनस, पुरानी पेंशन, निजीकरण, रेल कर्मचारी भाइयों की घटती संख्या और रेल गाड़ियों की बढ़ती संख्या से उत्पन्न कार्य के दवाब के बोझ के तले दवा जा रहा है। रेल कर्मचारी भाइयों को खुद ही सोचना होगा कि बदलाव कितना आवश्यक है।
शुक्रवार की सभा में मोजूद कर्मचारियों में रवींद्र कुमार यादव, नंदन प्रसाद सागर, वसीम मिया दल सिंगार, रूद्र प्रताप वीरेंद्र पाल, मोहित श्रीवास्तव, बसंत कश्यप, हरियर प्रसाद, पवन सिंह, त्रिभवान, नीरज भास्कर, धन कुमार पासवान, चंदन रावत, रोहित, अजय कनोजिया, अरविंद भदौरिया, सोमुल शर्मा, विवेक शर्मा, सत्य प्रकाश, अलख राय, राज बीर मीन जय प्रकाश, मनोज
आदि मौजूद रहे।