बरेली। सरकार जहां एक तरफ हर जरूरतमंद को लाभकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है, वहीं गांवों में प्रधान और सचिव कागजों में मनमानी रिपोर्ट लगाकर अमीर को गरीब और गरीब को अमीर दर्शाने में लगे हुए है। जिस कारण जरूरतमंदों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसी ढेरों शिकायतें कलेक्ट्रेट, तहसील से लेकर ब्लाकों में भी हर दिन आ रही है।
व्यवस्तता की वजह से अफसरों के उन शिकायतों पर गौर न करने पर गड़बड़ी करने वाले प्रधान सचिव चहेतों को लाभांवित कराने में जुटे है। क्यारा ब्लाक के रौधी गांव में रहने वाले अमरपाल ने बताया है कि ग्राम प्रधान की कारगुजारी की वजह से सरकारी योजनाओं का लाभ नही मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रधान और सचिव ने छप्पर होने के बाद भी पीएम आवास की पात्रता की सूची से नाम कटवा कर दूसरे का नाम सूची मेंं दर्ज करवा दिया।
छप्पर में बारिश के दिनों मेंं रात दिन काटना मुश्किल होता है। पालीथिन तानने के बाद भी बाहर जैसी बारिश अन्दर होती है। आलमपुर जाफराबाद ब्लाक के सरदारनगर के अनोखे लाल ने पिछले दिनों समाधान दिवस में मांग की थी जिसमें पीएम आवास का लाभ नहीं दिए जाने की शिकायत की गई थी, जिस पर सीडीओ ने बीडीओ से सर्वे कर सत्यापन रिपोर्ट मांगी थी। एक नहीं, कई गावों में प्रधान और सचिवों की वजह से अपने चहेतों को लाभांवित किया जाने का आरोप प्रधान और सचिव पर लग रहा है। पात्रता सूची में गरीब को अमीर और अमीर को गरीब दर्शाकर लाभांवित किया जा रहा है।