बरेली। भगवान परशुराम सेवा ट्रस्ट के संरक्षण में, अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा बरेली के तत्वाधान में जय देवी संस्कृत विद्यालय तथा आचार्य वशिष्ठ गुरुकुल के आचार्य गणों के द्वारा सनातन धर्म के पावन पक्ष पितृ पक्ष के अंतिम दिन पर राम गंगा के पावन तट पर समाज के धर्मावलंबी अनुयायियों द्वारा गंगा में खड़े होकर सामुहिक रूप से पितरों को याद करते हुए तर्पण जल दान का आयोजन बहुत ही श्रद्धां पूर्वक आचार्य गणों के द्वारा निर्देशानुसार-मंत्रोच्चार के साथ किया गया l
कार्यक्रम का शुभारम्भ पितरों की याद करते हुए उनके द्वारा परिवार के उत्थान,मान सम्मान, प्रतिष्ठा, संस्कार, तथा, त्याग-बलिदान के लिए कृतज्ञता अर्पित करते हुए उनके आशीर्वाद बनाए रखने के लिए प्रार्थना की गई l आचार्य ब्रह्मस्वरूप जी द्वारा पितृ पक्ष के विषय मे प्रकाश डालते हुए बताया गया कि सनातन धर्म में पितरों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है,वेदों पुराणों में पितरों का स्थान ईश्वर से ऊपर बताया गया है,जिसके पितृ खुश होते हैं।
उसका परिवार सभी तरह से सुखी, संपन्न, स्वस्थ, धन धान्य से परिपूर्ण तथा परिवार में संपन्न बच्चों के साथ नित नए उत्सव होते रहते हैं अतः हम सभी का प्रयास रहना चाहिए कि हमारे पितर संतुष्ट व खुश रहें, इसीलिए नित तर्पण का विधान बताया गया है लेकिन पितृ पक्ष विशेष बताया गया है जिसमें समस्त सनातनी धर्मावलंबियों को प्रतिदिन पितरों की प्रसन्न्ता हेतु तर्पण करना ही चाहिए।
कार्यक्रम में विशेष रूप से आचार्य मुनीश जी, रमेश तिवारी जी, एम डी मिश्रा, बृज किशोर शर्मा, इंजीo शिवदत्त शर्मा, प्रमोद उपाध्याय, विवेक मोहन उपाध्याय, दिनेश शर्मा, ऋषि पाल उपाध्याय, सुरेश पाराशरी, सुमित शर्मा, बृजेश उपाध्याय, इंजीo अशोक शर्मा, राम कुमार उपाध्याय, उमेश शर्मा आदि काफी संख्या में धर्मानुरागी ने उपस्थित रहकर गंगा जी मे तर्पण कार्यक्रम मे भाग लिया। अंत मे अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा बरेली के जिलाध्यक्ष पण्डित गजेन्द्र पाण्डेय ने सभी उपस्थित जनों का आभार व्यक्त करते हुए सनातन संस्कृति को श्रेष्ठतम बताते हुए इसके संस्कारों को जानने तथा जीवन मे उतारने के साथ नई पीढ़ी को भी संस्कारित करने का आह्वान किया।