बरेली। गणेश विसर्जन की मंगलवार को शुरुआत हो गई, लेकिन मूर्ति विसर्जन के दौरान राम गंगा पर बड़ा हादसा हो गया। विसर्जन के दौरान चार लोग गहरे पानी में जाने के कारण डूब गए जिसमें से तीन लोगों को तो बचा लिया गया जबकि एक किशोर की डूबकर मौत हो गई।
यह घटना मंगलवार शाम की बतायी जा रही है, भोजीपुरा के पीपलसाना चौधरी गांव से बड़ी तादाद में लोग गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए रामगंगा स्थित घाट पर गए थे। विसर्जन के दौरान कुछ लोग गहरे पानी में चले गए। जिसमें पीपलसाना चौधरी गांव के दुर्गा मंदिर के पुजारी विनोद पाण्डेय के बेटे रत्नेश पाण्डेय व शत्रुधन पाण्डेय के अलावा मुनीश व शिवा पुत्र चंद्रपाल डूब गए।
जिसमें विनोद, रत्नेश व मुनीश को तो बचा लिया गया लेकिन शिवा की डूबने से मौत हो गई। वहीं बचाए गए तीनों युवकों को इलाज के लिए बदायूं रोड स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। सीओ संदीप सिंह ने बताया कि राम गंगा में गणेश विसर्जन के दौरान एक किशोर की मौत हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया है।
तीन घंटे बाद बरामद हुआ किशोर का शव
घटना के बाद तीन घंटे बाद तक नदी में डूबे किशोर का शव नहीं बरामद हो पाया। गोताखोरों की काफी तलाश के बाद शव को बाहर निकाला गया। सुभाषनगर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव का पंचायत नामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
बैरिकेडिंग के बावजूद कैसे डूबा किशोर
प्रशासन ने गणेश विसर्जन के लिए एहतियातन करीब 5 फीट गहरा एक गड्ढा बनाकर उसमें पानी भर दिया गया है। जिसमें श्रद्धालुओं को मूर्ति विसर्जन की अनुमति है। गड्ढे के दोनों तरफ पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा रखी है। ताकि कोई भी श्रद्धालु गंगा में स्नान करने नहीं जाए। सवाल ये है कि पुलिस फोर्स तैनात होने के बावजूद किशोर रामगंगा में स्नान करने कैसे पहुंचा।