बरेली। योगी सरकार जहां एक तरफ छात्र छात्राओं के भविष्य को संभारने और उनको ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने पर जोर दे रही है वहीं रूपए वसूलकर, फर्जी डिग्री देने के मामले में खुसरो कालेज के चेयरमैन शेर अली जाफरी ने 379 छात्र छात्राओं से डीफार्मा का कोर्स कराने के नाम पर 3.69 करोड़ रूपए वसूलकर खुद की जेब तो भर ली लेकिन छात्र छात्राओं का भविष्य अंधकार में डाल दिया है।
अपने उज्जवल भविष्य को लेकर किसी छात्र ने मां के जेबर गिरवीं रखे तो, किसी ने प्लाट बेचकर होनहार बनने की चाह में शेर अली जाफरी को मोटी रकम फीस के नाम पर मुहैया करवा दिए। राजफाश होने पर अब शेरअली जाफरी को भाजपा सरकार में बचने के सभी रास्ते बन्द होते नजर आ रहे हैं। इसलिए खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए जांच टीम को गुमराह करने की कोशिश में लगया है बसपा और सपा सरकार में रहते खादी की सरपरस्ती में हर गलत काम कालेज की आड़ में जाफ़री करवाता रहा है लेकिन इस बार योगी सरकार में उसका बचना मुश्किल ही जान पड़ता है।
सपा सरकार में मानक के विपरीत खड़ा कर लिया था खुसरो अस्पताल
सीबीगंज थाना क्षेत्र के सनैयारानी मेवाकुंवर गांव के लोगों का आरोप है कि कई बीघा जमीन कब्जा करके कालेज की हद में ली जा चुकी है। सपा सरकार में ऊंची पहुंच के चलते नदी की कुछ जमीन को कब्जा करने के बाद मानक के विपरीत खुसरो अस्पताल का निर्माण कराने के बाद सपा के एक मंत्री से उदघाटन भी करवा लिया गया था। जबकि सपा के क्षेत्रीय नेता इससे नाखुश थे।
खुसरो हॉस्पिटल के स्टाफ में यह खबर सुनते ही मची अफरा तफरी
खुसरो अस्पताल के मानक के विपरीत बनने के साथ-साथ आयुष्यमान कार्ड के मरीजों में भी कमीशन बाजी के चल रही है ये घालमेल बड़े स्तर पर होने की शिकायत आ रही है। जाफरी को फंसता देखकर अस्पताल का एक मैनेजर और तमाम स्टाफ नौकरी छोडक़र दूसरे अस्पताल में नौकरी तलाशने को मजबूर होते नजर आ रहे है।
मां के जेबर गिरबीं रखकर जमा की थी फीस
कैंट के वी आई बाजार निवासी छात्र अंकित ने बताया है कि पिता की पूर्व मे मौत हो गई है मां के जेबर गिरवी रखकर दो बार में पौने तीन लाख से ज्यादा फीस जमा की थी। फर्जी प्रमाण पत्र की जानकारी होने पर परिवार को धक्का लगा है। उनका आरोप है कि ऐसे षडयंत्रकारी शेर अली जाफरी को सलाखों के पीछे पहुंचाने और जमा की गई फीस वापस कराने के लिए डीएम से मांग की जा चुकी है योगी सरकार को भी पत्र भेजकर इस प्रकरण में न्याय की मांग की गई है।