पक्की दुकानों से भी महंगे हैं जिला अस्पताल रोड के फुटपाथ
बरेली। प्रशासन की अनुमति के बगैर साप्ताहिक बाजार भले ही अवैध रूप से लग रही हो, लेकिन यहां आने वाले दुकानदार पुलिस और नगर निगम के कर्मचारियों के लिए सोने के अंडे देने वाली मुर्गी से कम नहीं है। दुकानदार फुटपाथ और सडक़ों तक घेरकर दुकानें सजाए रहते हैं। इनसे होने वाली उगाही की रकम में ऊपर से लेकर नीचे तक बंदरबांट होने से इस अवैध बाजार को नहीं हटाया जा रहा है। नगर निगम के कर्मचारी रसीदें तो नहीं काटते हैं, लेकिन इस जगह की कीमत के हिसाब से दुकानदारों से जमकर उगाही कर यह खेल लंबे समय से चल रहा है, लेकिन इसकी भनक किसी जिम्मेदार अधिकारी को नहीं है।
जिले के अधिकारियों द्वारा एक तरफ शहर को कब्जामुक्त करने का दावा किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर नगर निगम के कुछ लोग कब्जा कराने का पैसा वसूल रहे हैं। आपको बता दें कि कुतुबखाना जिला अस्पताल रोड पर गुरूवार को साप्ताहिक बाजार तो लगती ही है, लेकिन रोड के दोनों साइडों में दिन भर दुकानदार यहां चारपाई डालकर कपड़ों की बिक्री करते रहते हैं। सूत्रों के अनुसार इन दुकानदारों से नगर निगम के कर्मचारी और पुलिस पैसा वसूलती है। जिसे रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे है। कोतवाली से लेकर यह बाजार करीब दो किमी के दायरे में लगती है।
यहां करीब सौ दुकानों से अधिक दुकाने लगती हैं। जाहिर है कि इन दुकानदारों से अवैध ढंग से कई लाख रुपये वसूली हो रही होगी। सिस्टम के इस भ्रष्टाचार का खामियाजा यह है कि फुटपाथ तो छोडि़ए सडक़ पर निकलना मुश्किल है। राहगीरों को लंबा जाम झेलना पड़ रहा है। बताते चलें विभागीय अधिकारी इस रोड के अतिक्रमण को हटाने के लिए हर संभव प्रयास कर चुके हैं, लेकिन कब्जा हटाना किसी चुनौती से कम नहीं है। कुछ भीतरघाती ही अवैध कमाई के चक्कर में नगर निगम की नैया डुबाने पर उतारू हैं।
अतिक्रमणकारियों की सूची तैयारी की जा रही है, जिसने अवैध रूप से अतिक्रमण कर रखा है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी जिला।