सनौआ और मुंशीनगर में हर दिन मौत के खौफ में रहने को मजबूर गरीब तबके के लोग
बरेली। चौदह साल पहले बसपा सरकार में गरीब आश्रयहीन लोगों के लिए बीडीए ने सनौआ, मुंशीनगर में बहुमंजिला आवासीय कालोनी का निर्माण कराया था जिसके बाद बीडीए लोगों को आवास आवंटन करके लग रहा है की भूल गया। जर्जर होते नजर आ रहे इन आवासों के लिंटर से सरिया दिखाई देने लगी है और प्लास्टर छूट-छूट कर गिरने लगा है आवास में रहने वाले लोग मौत के खौफ में रहने को मजबूर है।
प्राधिकरण कार्यालय में आवंटियों के द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद भी अफसर इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे है, जबकि रामगंगा नगर में बीडीए ने जर्जर हो रहे आवासों को दुरूस्त करवा दिया है। आपको बता दें कि वर्ष 2009-10 में बसपा सरकार ने गरीबों को आश्रय देने के लिए विभिन्न इलाकों मेंं बीडीए के माध्यम से बहुमंजिला आवासीय कालोनियों का निर्माण कराया था।
बीडीए के द्वारा ही गरीबों को लाटरी के माध्यम से आवास आवंटन किए गए थे। सीबीगंज क्षेत्र के सनौआ में बनी काशीराम आवासीय कॉलोनी में रहने वाले मोहम्मद आदिल, फुरकान, सगीना का आरोप है कि हम लोगों के सेकेंड तल पर आवास है जो जर्जर हो चुके है। कालोनी के लोग मौत के साय में जीने को मजबूर हो रहे है। बच्चों को नीचे पन्नी तानकर उसमें सुला रहे है। कॉलोनी वासियों का आरोप है कि बीडीए के अफसरों से कई बार इस गंभीर मसले को लेकर अवगत कराया जा चुका है।
बाबजूद इसके कोई भी उनकी सुध लेने को तैयार नहीं है। अफसर कहते है कि सरकार से बजट आते ही सुधार किया जा सकेगा। कई साल आश्वासन के चलते गुजर गए है लेकिन प्राधिकरण का आश्वासन हकीकत में नहीं बदला। जिस कारण कालोनी के लोगों में बीडीए के प्रति आक्रोश पनप रहा है।