बरेली। जिला प्रशासन की सख्ती के बावजूद खनन माफिया अपने कार्य से पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे हैं, अभी कुछ दिन पहले हुए एक सड़क हादसे में दो बच्चों ने अपनी जान गवा दी थी, जिसका जिम्मेदार क्षेत्र का एक नामी खनन माफिया कहा जाता है। लोग कहते हैं कि इस खाना माफिया के पीछे ऐसे लोगों का हाथ है, जिनकी पकड़ प्रशासन में बैठे हुए उच्च अधिकारी और थाना पुलिस के साथ है, इसी कारण यह खनन माफिया किसी से नही डरता।
ताजा मामला परसाखेड़ा क्षेत्र का है जहां पर एक नामी पेय कंपनी की जगह में बेसमेंट बनाने को लेकर मिट्टी की निकासी की गई थी, जिसको लेकर खनन अधिकारी द्वारा इस निकासी की गई मिट्टी का विक्रय करने के लिए कंपनी के मैनेजर को स्पष्ट मना कर दिया गया था, बाबजूद इसके क्षेत्र के एक खनन माफिया ने इस मिट्टी की खरीद कर ली और मन चाहे दामों में उसे बेचने की ठान ली, फिर क्या जेसीबी लगाई और इस मिट्टी को ट्रालियों में भर-भर कर इधर-उधर खाली प्लाटों में पटान शुरू कर दिया। जब लक्ष्य द टार्गेट की टीम मौके पर पहुंची तो खनन माफिया के हाँथ पैर फूल गए और और ट्रैक्टर ट्राली लेकर मौके से फरार हो गया। वही कैमरा मैन ने अपने कैमरे में मौके पर खड़ी जेसीबी को कैद कर लिया। वहीं इस मसले पर जब खनन अधिकारी से बात करनी चाहि तो उनका फोन नही उठा।