दोआखिर 12 दिन में 24 लाख राशन कार्ड सदस्यों का कैसे होगा ई-सत्यापन
बरेली। योगी सरकार ने राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता बरतने के उददेश्य से राशन कार्ड में सभी सदस्यों का ई-सत्यापन कराना अनिवार्य कर दिया है। जुलाई महीने से शुरू हुए अभियान के बाद दो बार निर्धारित तारीख बढ़ाने के बाद अब 30 सितंबर तक तय की गई है। जिले में 7,85001 राशन कार्डधारक है। जिसमें सदस्यों की संख्या करीब 32,66565 है। पात्र गृहथी कार्डधारकों की संख्या 6,85452 है। अंन्त्योदय कार्ड धारकों की संख्या 99,569 है सदस्यों की संख्या 3,03364 लाख है। शासन की ओर से 30 सितंबर तक सभी सदस्यों का ई-सत्यापन के लिए तारीख निश्चित की गई है।
ऐसे में अभी आठ लाख सदस्यों के ही ई सत्यापन कराया जा चुका है जबकि 24 लाख सदस्यों का मात्र 12 दिन में ई सत्यापन करना पूर्ति विभाग के अफसर और कोटेदारों के लिए चुनौती भरा है। शासन को रिपोर्ट भेजने पर निर्धारित तारीख 30 सितंबर से आगे बढऩे की संभावना जताई जा रही है माना जा रहा है कि यदि शासन स्तर से तारीख नहींं बढ़ाई गई, तो एक तिहाई सदस्यों का राशन कार्ड से नाम कट सकता है। डीएसओ नीरज सिंह ने बताया सभी कोटेदारों को निर्देशित किया जा चुका है हर दिन ई सत्यापन हो रहा है नेटवर्क की समस्या का हल भी निकाला जा रहा है।
ज्यादातर सदस्य जिले से बाहर रहकर करते है जॉव
राशन कार्ड में प्रत्येक सदस्यों का ई-सत्यापन होने के बाद बाहर रहने वाले सदस्यों को बरेली में आना संभव नहीं हो पा रहा है कोई गुडग़ांव तो कोई गुजरात के सूरत में करते है जॉव तीन से चार लाख सदस्य बाहर रहकर नौकरी करते है। जिस कारण राशन कार्ड में दर्ज सदस्य कोटेदारों के पास आकर ई सत्यापन नहीं करवा पा रहे है ऐसे सदस्यों पर तीस सितंबर के बाद कार्ड से नाम कटने की संभावना जताई जा रही है।
ई-सत्यापन में आ रही नेटवर्क की समस्या
जैसे तैसे स्थानीय कार्डधारकों में शामिल सदस्य कोटेदारों के पास आकर पॉश मशीनों पर अंगूठा लगाकर सत्यापन कराना चाहते है, लेकिन अधिकांश दिनों में नेटवर्किग की समस्या होने पर सिर्फ पहिया घूमता रहता है लेकिन सत्यापन नहीं हो पाता। जिस कारण सदस्यों का सत्यापन कराने में नेटवर्क की समस्या भी आड़े आ रही है। महीने में 32 लाख सदस्यों में से आठ लाख का ही हो सका है ई-सत्यापन
बरेली। योगी सरकार ने राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता बरतने के उददेश्य से राशन कार्ड में सभी सदस्यों का ई-सत्यापन कराना अनिवार्य कर दिया है। जुलाई महीने से शुरू हुए अभियान के बाद दो बार निर्धारित तारीख बढ़ाने के बाद अब 30 सितंबर तक तय की गई है। जिले में 7,85001 राशन कार्डधारक है। जिसमें सदस्यों की संख्या करीब 32,66565 है। पात्र गृहथी कार्डधारकों की संख्या 6,85452 है। अंन्त्योदय कार्ड धारकों की संख्या 99,569 है सदस्यों की संख्या 3,03364 लाख है। शासन की ओर से 30 सितंबर तक सभी सदस्यों का ई-सत्यापन के लिए तारीख निश्चित की गई है। ऐसे में अभी आठ लाख सदस्यों के ही ई सत्यापन कराया जा चुका है
जबकि 24 लाख सदस्यों का मात्र 12 दिन में ई सत्यापन करना पूर्ति विभाग के अफसर और कोटेदारों केलिए चुनौती भरा है। शासन को रिपोर्ट भेजने पर निर्धारित तारीख 30 सितंबर से आगे बढऩे की संभावना जताई जा रही है माना जा रहा है कि यदि शासन स्तर से तारीख नहींं बढ़ाई गई, तो एक तिहाई सदस्यों का राशन कार्ड से नाम कट सकता है। डीएसओ नीरज सिंह ने बताया सभी कोटेदारों को निर्देशित किया जा चुका है हर दिन ई सत्यापन हो रहा है नेटवर्क की समस्या का हल भी निकाला जा रहा है।
राशन कार्ड में प्रत्येक सदस्यों का ई-सत्यापन होने के बाद बाहर रहने वाले सदस्यों को बरेली में आना संभव नहीं हो पा रहा है कोई गुडग़ांव तो कोई गुजरात के सूरत में करते है जॉव तीन से चार लाख सदस्य बाहर रहकर नौकरी करते है। जिस कारण राशन कार्ड में दर्ज सदस्य कोटेदारों केपास आकर ई सत्यापन नहीं करवा पा रहे है ऐसे सदस्यों पर तीस सितंबर के बाद कार्ड से नाम कटने की संभावना जताई जा रही है।
जैसे तैसे स्थानीय कार्डधारकों में शामिल सदस्य कोटेदारों के पास आकर पॉश मशीनों पर अंगूठा लगाकर सत्यापन कराना चाहते है, लेकिन अधिकांश दिनों में नेटवर्किग की समस्या होने पर सिर्फ पहिया घूमता रहता है लेकिन सत्यापन नहीं हो पाता। जिस कारण सदस्यों का सत्यापन कराने में नेटवर्क की समस्या भी आड़े आ रही है।