बरेली। बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन समस्त परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों और कर्मियों की चल अचल संपत्ति का विवरण भरने के लिए महानिदेशक स्कूली शिक्षा द्वारा कई बार कहा जा चुका है, बाबजूद इसके अभी तक परिषदीय शिक्षक और कर्मचारियों ने अपनी चल अचल संपत्ति का व्योरा मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज नही किया है।
इसी को लेकर एक बार फिर शासन स्तर से आदेश जारी किया गया है कि अब शिक्षकों और कर्मचारियों को 31 अगस्त तक अपनी चल अचल संपत्ति को मानव संपदा पोर्टल पर घोषित करना ही होगा। शासन द्वारा जारी आदेश में राज्य कर्मचारियों के साथ परिषदीय कर्मचारियों को अंतिम चेतावनी देते हुए कहा गया है कि सरकारी कर्मियों को अपनी संपत्ति का ब्यौरा मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज करना होगा।
इसके बाद संपत्तियों की समीक्षा भी की जायेगी। आपको बता दें कि परिषदीय शिक्षकों के साथ कर्मचारियों में चल अचल संपत्ति को मानव सम्पदा पोर्टल पर दर्ज करने को लेकर अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है। कर्मचारी और शिक्षक अपनी संपत्ति को इधर उधर ठिकाने लगाने और अपने अन्य परिचितों के साथ सगे संबंधियों के नाम कराने में लगे हुए है। मौजूदा हालात देख कर लग रहा है कि शासन, सरकारी कार्यालयों से लेकर स्कूलों के शिक्षकों को लेकर समाज में पारदर्शी व्यवस्था लाना चाहता है।
लेकिन कर्मचारी और शिक्षक इस से भी कन्नी काटते नजर आ रहे हैं। अब देखना होगा कि चल अचल संपत्ति को लेकर सरकार की मंशा पर परिषदीय शिक्षकों के साथ कर्मचारी क्या रुख अपनाते हैं। साथ ही 31 अगस्त तक जिन कर्मचारी और शिक्षकों की चल-अचल संपत्ति मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड नहीं की जा सकेगी क्या उनका वेतन वास्तव में रुकेगा। क्या सरकार इसकी तारीख पूर्व की भांति फिर से आगे बढ़ायेगी।