बरेली। बेसिक शिक्षा परिषद के तमाम शिक्षक संगठनों ने जिले से लेकर राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर परिषदीय विद्यालयों के समय को बदलने की मांग की है। वहीं इसी कड़ी में एक और संगठन विद्यालयों में समय परिवर्तन को लेकर अपने मांग पत्र के साथ सामने आया है। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ की तरफ से प्रदेश महामंत्री नरेश कौशिक ने बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) से ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि कोरोना काल के बाद परिवर्तित किये गये परिषदीय विद्यालयों के संचालन समय को पूर्ववत किया जाए।
कोरोना काल में सभी शैक्षणिक संस्थायें बन्द कर दी गयी थीं, जिसके कारण बच्चों/शिक्षार्थियों में लर्निंग गैप आ गया था। स्थिति सामान्य होने पर इन संस्थाओं का पुनः संचालन प्रारम्भ किया गया तथा जो लर्निंग गैप कोरोना काल में आ गया था उसको दूर करने के लिए विद्यालयों के संचालन के समय और शिक्षण अवधि में वृद्धि कर दी गयी थी। जिससे अपेक्षित लक्ष्य की प्राप्ति हो सके।कोरोना काल को गुजरे हुए काफी समय हो चुका है परन्तु प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों का संचालन समय अभी तक परिवर्तित नही किया गया है। संगठन की तरफ से कहा गया है कि माध्यमिक विद्यालयों का संचालन समय वर्तमान में प्रातः 7:50 से 12:50 तक है जबकि परिषदीय विद्यालय जहां 6 से 14 वर्ष के नौनिहाल बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं, का ग्रीष्म कालीन संचालन समय प्रातः 7:50 से अपरान्ह 2:00 बजे तक आज के समय में चल रहा है। जबकि पूर्व में यह अवधि प्रातः 8 से 1 बजे तक थी तथा उसके पूर्व में प्रातः 7 से 12 बजे तक ही विद्यालय संचालित होते थे। अधिकांश परिषदीय विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र में अवस्थित हैं और उनमें पढ़ने वाले बच्चे कम आयु के होते हैं।
ग्रीष्म कालीन की विषम परिस्थितियों में शिक्षण अवधि अधिक होने के कारण छोटे बच्चों के मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। जिससे उनकी नियमित उपस्थिति प्रभावित हो जाती है तथा विभाग द्वारा निर्धारित शैक्षिक लक्ष्यों की प्राप्ति में बाधा उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के लगभग एक दर्जन जिलों में समय परिवर्तित किया जा चुका है लेकिन बरेली में इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। उन्होंने बेसिक शिक्षा मंत्री से आग्रह किया है कि छात्र हित में जल्द से जल्द समय परिवर्तित किया जाए।