बरेली /आंवला। के भमोरा थाना क्षेत्र में रामगंगा बैराज में फंसे चारों शवों को पुलिस ने एनडीआरएफ टीम की मदद से निकाला। पुलिस को आशंका है कि ये शव बाढ़ में बहकर आए और यहां फंस गए थे। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
एनडीआरएफ की टीम ने निकाले शव
बरसात के साथ ही रामगंगा व अन्य नदियों में आए बाढ़ के पानी से नई तरह की विभीषिका सामने आ रही है। बरेली में रामगंगा के निर्माणाधीन बैराज में फंसे चार शवों को एनडीआरएफ टीम ने पुलिस व गोताखोरों की मदद से निकलवाया। शव पुराने व नग्न हालत में हैं, जो नदी किनारे पर दफनाए जा रहे हैं।
सोमवार शाम रामगंगा बैराज में शवों के फंसे होने की सूचना पर भमोरा थाना पुलिस के साथ गोताखोरों ने हरसंभव प्रयास किया था पर सफलता नहीं मिली। मंगलवार को पुलिस के साथ पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने बैराज के शटल को ऊपर उठाकर एक बच्चे समेत तीन महिलाओं के शव बरामद किए गए।
इन सभी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। यहां एसडीएम व सीओ आंवला के साथ ही भमोरा थाना प्रभारी प्रदीप कुमार चतुर्वेदी, नायब तहसीलदार आंवला व सरदार नगर चौकी प्रभारी विकास यादव मौजूद रहे।
दो साल के बच्चे का भी मिला शव
तीन महिलाएं जिनकी उम्र 55, 40, 25 के शव बैराज से निकाले गए हैं। साथ ही दो वर्षीय बच्चे का शव भी फंसा था। पुलिस के मुताबिक शवों को देखने पर ऐसा लग रहा है कि इनका पहले अंतिम संस्कार कर दिया गया है। सभी शव नग्न अवस्था में थे और 10 से 15 दिन पुराने लग रहे थे। अधिकांश शव सड़ चुके थे। इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि बरामद किए गए शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।