बरेली। बरेली के इंटर कॉलेज से Study छात्रा मिली हैं जो ट्रेन से तीनों छात्रा एक साथ गईं यह तीनों छात्रा द्रौपदी इन्टर कॉलेज में पढ़ाई कर रही हैं। तीनों का सेक्शन भी एक ही। पुलिस का कहना है कि अन्य छात्राओं और कॉलेज की टीचर से पता चला कि तीनों में अच्छी दोस्ती थी। तीनों कक्षा में एक साथ ही बैठतीं थीं। इनमें एक स्वालेनगर नवदिया की रहने वाली हैं। दूसरी छात्रा बाकरगंज और तीसरी अलखनाथ मंदिर के पास की रहने वाली हैं।
हरिद्वार स्टेशन से बरामद कर लिया है।लखनऊ स्टेशन की फुटेज शुक्रवार सुबह साढ़े 7 बजे कॉलेज पहुंची, उसके बाद 1:30 बजे छुट्टी होने पर कॉलेज से निकलीं। दोपहर तीन बजे तक घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने तलाश करते हुए कॉलेज में जानकारी ली। कालेज द्वारा बताया गया कि तीनों छात्रा कॉलेज से निकल गईं।मामले की सूचना किला पुलिस को दी गई। जिसके बाद किला प्रभारी निरीक्षक हरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। क्षेत्राधिकारी किला संदीप सिंह भी मौके पहुंचे
पहले पुलिस को स्टेशन के जो फोटो पता चले वह हरिद्वार के बताए गए। हरिद्वार में पुलिस टीम गई। लेकिन पुलिस को तीनों के बारे में लखनऊ में होना पता चला। इंस्पेक्टर किला हरेंद्र सिंह का कहना है कि होटल में जांच पड़ताल में यह पुष्टि हुई कि तीनों हरिद्वार नहीं बल्कि लखनऊ गईं।
लखनऊ में पीजीआई के पास एक होटल है। इसी होटल के कमरा नंबर 302 में शनिवार सुबह आठ बजे के बाद तीनों की एंट्री हुई। जहां 12:30 बजे तीनों ने होटल छोड़ दिया। उसके बाद तीनों की तलाश की गई। लेकिन फुटेज में मदद नहीं मिली। रात तक पुलिस रेलवे स्टेशन और दूसरे स्थानों पर लखनऊ पुलिस के साथ मिलकर तलाश में जुटी थी।
वहीं परिजन भी तीनों की बरामदगी का प्रयास कर रहे हैं। मां के जेवर चोरी कर सराफ को बेचे पुलिस ने बताया कि इनमें से एक छात्रा जिसकी उम्र 15 साल है। छात्रा ने अपने मां के कानों के टॉप्स चोरी कर लिए। यह बात परिवार ने पुलिस को बताई। इसके बाद पुलिस ने अलग-अलग लोकेशन देखी। तीनों के मोबाइल फोन नहीं है। तीनों बरेली से ट्रेन से हरिद्वार पहुंची।
जांच में आया कि किला सराफा बाजार में
अरविंद कुमार को सोने के टॉप्स 8700 रुपए
में बेचे हैं। इसके बदले पांच सौ के 17 नोट दिए
गए, दो नोट 100 रुपए के दिए गए। पुलिस मान
रही है कि तीनों घूमने के लिए गई हैं, हरिद्वार से
पुलिस से भी मदद ली जा रही है। स्कूल ड्रेस में नहीं हैं तीनों छात्राएं पुलिस का कहना है कि अभी तक की जांच में आया कि तीनों घर से जाने के लिए 15 दिन से प्लानिंग कर रहीं थी।
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी। तहां तीनों ई रिक्शा से स्टेशन पहुंची। किराए के दस दस रुपए देने थे, लेकिन 100 रुपए में से बचे हुए भी नहीं लिए।
पुलिस ने अलग-अलग लोगों से इस साक्ष्य जुटाए हैं। दोपहर 1.30 बजे कॉलेज से छुट्टी होने के बाद तीन बजे तक तीनों छात्राएं घर नहीं पहुंची। तीनों ने बरेली स्टेशन के पास ही ड्रेस चेंज की हैं।